Shiv Tandav Stotram भगवान शिव की पूजा करने का एक शक्तिशाली स्तोत्र है तथा Har Har Shiv Shankar शिव जी का भजन है दोनों भजन को Mix करके Sachet & Parampara के द्वारा गाया गया है | जो की अभी trend में चल रहा है |
Shiv Tandav Stotram X Har Har Shiv Shankar Lyrics को Hindi में लिखा गया है तथा इसका Pdf भी नीचे संलग्न किया गया है |
Shiv Tandav Stotram X Har Har Shiv Shankar Lyrics:
जटाट वीग लज्जल प्रवाह पावित स्थले |
गलेवलम्ब्य लम्बितां भुजंग तुंग मालिकाम् |
डम डूम डूम डूम निवाद वड्डमर्वयम् |
चकार चंड तांडवम् तनोतु नः शिवः शिवम् ||
हर हर शिव शंकर नीलकंठ गंगाधर |
आये शरणम् तिहारे |
ज्ञान ऐसो विशाल बैठे हो मृग ना छाये |
माथे चंद्र विराजे ||
Har har shiv shankar Neelkanth Gangadhar Lyrics को पूरा पढने के लिए नीचे स्कोल करें |
जटा कटा हंस भ्रम भ्रमन्नीलिंप निर्झरी |
विलोलवी चिवल्लरी विराजमान मुर्धनि |
धगद्ध गद्ध गज्ज्वलल्ललाट पट्टपावके |
किशोरचंद्र शेखरे रतिः प्रतिक्षणं ममं ||
Shiv Tandav Stotram X Har Har Shiv Shankar Lyrics In English:
Jataat veeg lajjal pravaah paathit sthale |
Galevalambya lambitam bhujang tung maalikaam |
Dam dum dum dum nivaad vaddamarvayam |
Chakaar chand tandavam tanotu nah shivah shivam ||
Har har shiv Shankar neelkanth gangadhar |
Aaye sharanam tihaare |
Gyan eso vishaal baithe ho mrig naa chhaaye |
Maathe Chandra viraaje ||
Jataa kataa hans bhram bhramnnilimp nirjhari |
Vilolavi chivllari virajmaan murdhani |
Dhagaddh gaddh gajjvalallalaat pattapaavake |
Kishorchandra shekhare ratih pratikshanam mamm ||
यहाँ पर जो पीडीऍफ़ नीचे दिया गया है वो Sachet और Parampara के द्वारा गाया गया Shiv Tandav Stotram X Har Har Shiv Shankar Neelkanth gangadhar Lyrics का Pdf संलग्न किया गया है |
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Har Har Shiv Shankar Neelkanth Gangadhar Lyrics In Hindi:
यहाँ पर Har Har Shiv Shankar Lyrics अर्थात Har Har Shiv Shankar Nilkanth Gangadhar का full song Lyrics हिंदी में लिखा गया है |
हर हर शिव शंकर नीलकंठ गंगाधर |
आये शरणम् तिहारे |
ज्ञान ऐसो विशाल बैठे हो मृग ना छाये |
माथे चंद्र विराजे ||१||
शिव आदि मध अन्त जोगात जोगी शिव |
कनक विष अमी आदि विष भोगी |
नाभि के कमल ते तीन मूरत भई |
भिन्न जाने सोई नरक भोगी ||२||
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जागो मोहन प्यारे तुम |
सावरी सूरत मोहे मन में भाये |
सुन्दर शाम हमारे तुम |
प्रातः समय उठी भानूदय भयो, ग्वाल बाल सब भूपति आये |
तुम्हरे दरस के भूखे प्यासे, उठी उठी नन्द किशोरे तुम ||३||
जागो जागो लाल मेरे संतन के प्यारे |
ग्वाल बाल कब ही ठाडे, दे हो दरस मन भाये |
भई भोर आँख खोल बीत गई सगरी रैन |
चंद्र वदन बिन देखे तरस लागे नैना प्यारे ||४||
जागो ब्रिज राज कुवर नन्द के दुलारे |
जमुना में गेंद डार ग्वाल बाल हारे |
काली बुभुकार देत शाम ही एक कारे ||५||