Shri Hanuman Vadvanal Stotra PDF को डाउनलोड करने से पहले हनुमान वाडवानल स्तोत्र के बारे में जानकारी होना चाहिए | हनुमान वडवानल स्तोत्र pdf हनुमान भगवान को समर्पित एक प्रसिद्ध स्तोत्र है जो हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाता है।
श्री हनुमान वडवानल स्तोत्र में हनुमान के गुणों की प्रशंसा की गई है और उनकी भक्ति और सेवानिष्ठा का वर्णन किया गया है। महर्षि तुलसीदास द्वारा रचित इस स्तोत्र का प्रस्तावना भगवान हनुमान के प्रति श्रद्धा और समर्पण का प्रदर्शन करता है।
स्तोत्र में हनुमान के दिव्य रूप का विवरण दिया गया है, जो उनकी अद्भुतता और पराक्रम को दर्शाता है। यह स्तोत्र भक्तों को साहस और आत्मविश्वास प्रदान करता है और उन्हें समस्त कठिनाइयों का सामना करने के लिए प्रेरित करता है।
इसके अलावा, स्तोत्र में हनुमान के आशीर्वाद की प्रार्थना और सुरक्षा की विनती भी की गई है। भक्तजन इसे भक्ति और आध्यात्मिक संबल का स्रोत मानते हैं और इसे अपने जीवन में आने वाली समस्त कठिनाइयों को पार करने के लिए प्रयोग करते हैं।
Shri Hanuman Vadvanal Stotra PDF में हनुमान के शक्ति का जबरदस्त गुणगान देखने को मिलेगा | इसमे हनुमान जी से अनुरोध किया गया है कि वे श्री हनुमान वाडवानल स्तोत्र का पाठ करने वाले का सभी प्रकार की परेशानियों को दूर करें जैसे कि सभी प्रकार के भय, परेशानी, कमजोरी एवं बुरी आदतों से छुटकारा दिलाएं ।
इसको Hanuman Vadvanal Stotra Lyrics भी कहते हैं | २१ दिनों तक लगातार हनुमान वडवानल स्तोत्र का जाप करें और लाभ उठायें | नियमित पाठ के लिए आप नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करके Shri Hanuman Vadvanal Stotra PDF को Free में download भी कर सकते हैं |
Hanuman Vadvanal Stotra Lyrics Pdf Download:
विनियोगम्
ॐ अस्य श्रीहनुमान वडवानलस्तोत्रमन्त्रस्य श्रीरामचन्द्र ऋषिः,
श्रीहनुमान् वडवानल देवता ह्रां बीजम् ह्रीं शक्तिं सौं कीलकं,
ममसमस्त विघ्नदोषनिवारणार्थे, सर्वशत्रुक्षयार्थे,
सकलराजकुल संमोहनार्थे, मम समस्तरोग प्रशमनार्थम्,
आयुरारोग्यैश्वर्याभिवृद्धयर्थं समस्तपापक्षयार्थं,
श्रीसीतारामचन्द्रप्रीत्यर्थं च हनुमद् वडवानल स्तोत्र जपमहं करिष्ये।
ध्यानम्
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते श्रीमहाहनुमते प्रकट पराक्रम,
सकलदिङ्मण्डल यशोवितान धवलीकृत जगतत्रितय,
वज्रदेह रुद्रावतार लंकापुरीदहय उमाअर्गल मंत्र,
उदधिबंधन दशशिरः कृतान्तक सीताश्वसन वायुपुत्र,
अञ्जनीगर्भ सम्भूत श्रीरामलक्ष्मणानन्दकर कपिसैन्यप्रकार,
सुग्रीव साह्यकरण पर्वतोत्पाटन कुमारब्रह्मचारिन् गंभीरनाद,
सर्वपाप ग्रहवारण सर्वज्वरोच्चाटन डाकिनी शाकिनी विध्वंसन,
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महावीरवीराय सर्वदुख,
निवारणाय ग्रहमण्डल सर्वभूतमण्डल सर्वपिशाचमण्डलोच्चाटन,
भूतज्वर-एकाहिकज्वर द्वयाहिकज्वर त्र्याहिकज्वर,
चातुर्थिकज्वर, संतापज्वर, विषमज्वर, तापज्वर,
माहेश्वरवैष्णवज्वरान् छिन्दि-2 यक्ष ब्रह्मराक्षस,
भूतप्रेतपिशाचान उच्चाटय-2 स्वाहा।
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते श्रीमहाहनुमते,
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रूं ह्रैं ह्रौं ह्रः आं हां हां हां हां,
ॐ सौं एहि एहि ॐ हं ॐ हं ॐ हं ॐ हं,
ॐ नमो भगवते श्रीमहाहनुमते श्रवणचक्षुर्भूतानां,
शाकिनी डाकिनीनां विषमदुष्टानां सर्वविषं हर-2,
आकाशभुवनं भेदय-2 छेदय-2 मारय-2,
शोषय-2 मोहय-2 ज्वालय-2,
प्रहारय-2 शकलमायां भेदय-2 स्वाहा।
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महाहनुमते सर्वग्रहोच्चाटन,
परबलं क्षोभय-2 सकलबंधन मोक्षणं कुरकुरु,
शिरःशूल गुल्मशूल सर्वशूलान्निर्मूलय निर्मूलय,
नाग-पाशानन्त वासुकितक्षक कर्कोटकालियान,
यक्षकुल जगतरात्रिञ्चर-दिवाचर सर्पान्निर्विषं कुरु-2 स्वाहा।
ॐ ह्रां ह्रीं ॐ नमो भगवते महाहनुमते,
राजभय चोरभयपर मन्त्रपर यन्त्रपर तन्त्रपर विद्याश्छेदय छेदय सर्वशत्रून्नासय |
नाशय असाध्यं साधय साधय हुं फट् स्वाहा |
Hanuman Vadvanal Stotra PDF Download
हनुमान वाडवानल स्तोत्र के फायदे:
वैसे तो हनुमान वाडवानल स्तोत्र के फायदे बहुत होते हैं लेकिन श्री हनुमान वाडवानल का पाठ करने से कुछ महत्वपूर्ण लाभ अथवा फायदे नीचे बताया गया है |
१.इसका पाठ करने वाले साधक के उपर श्री हनुमान जी की कृपा सदा बनी रहती है|
२. हनुमान वाडवानल स्तोत्र का पाठ करने वाले की सभी मनोकामनाएं हनुमान जी यथाशीघ्र पूर्ण करते हैं |
३. इसका जाप करने वाला मनुष्य अनेक प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती हैं |
४. श्री हनुमान वाडवानल स्तोत्रम् का पाठ करने से हनुमान जी के साथ-साथ श्री राम जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है |
५. हनुमान वाडवानल स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से २१ दिन घी के दिए या सरसों का तेल से दिए जला कर जाप करने से जीवन आने वाली बाधाओं एवं बुरी आदतों से छुटकारा मिलता है |
६. कहा जाता है की श्री हनुमान वाडवानल का पाठ करने वाले भक्त को श्री बजरंगबली शीघ्र दर्शन देते हैं |
हनुमान वाडवानल स्तोत्र के तांत्रिक उपाय:
हनुमान वाडवानल स्तोत्र का पाठ करने के लिए कुछ तांत्रिक उपाय इस प्रकार है-
मंगलवार या शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले स्नान करके हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी के चरणों में चमेली का तेल एवं सिंदूर अर्पित करे |
उसके बाद घी के दीपक जलाए तथा हनुमान वाडवानल का पाठ करे एवं पाठ के अन्त में हनुमान जी से अपनी समस्या दुर करने का आग्रह करें तथा हनुमान जी के चरणों से सिंदूर का टिका अपने ललाट पर लगायें |
यह प्रकिया लगातार २१ मंगलवार या शनिवार तक करें | और ज्यादा लाभ पाने के लिए किसी योग्य तांत्रिक से संपर्क करें |
You may read also: क्या आप जानते हैं? हनुमान जी के पत्नी और पुत्र का रहस्य ?
Hanuman Vadvanal Stotra PDF Marathi/ Gujarati:
want to download or read hanuman vadvanal stotra pdf free in Marathi or Gujarati then use Google translater and read it in any language.