Shubham Karoti Kalyanam Mantra Lyrics को दीप वंदना के नाम से भी जाना जाता है | इस मंत्र के माध्यम से दीप जलाने से होने वाले चमत्कारिक फायदे के बारे मे बताया गया हैं |
दीप वंदना करने के लिए प्रतिदिन संध्या के समय दीप जलाकर शुभम् करोति कल्याणम मंत्र का ५ बार उच्चारण करना चाहिए जिससे व्यक्ति के जीवन की समस्त संकट धीरे-धीरे दुर हो जाते हैं |
शुभम् करोति कल्याणम मंत्र का अर्थ जानने के लिए नीचे स्क्रोल करके पढ़ सकते हैं तथा इस मंत्र का Pdf भी डाउनलोड कर सकते हैं |
इस मंत्र का पाठ मुख्यतः संध्या के समय किये जाने के कारण इसे संध्याकाले श्लोक भी कहा जाता है|
शुभम् करोति कल्याणम् आरोग्यम् धन संपदा |
शत्रुबुद्धि विनाशाय दीप ज्योतिर नमो़स्तुते ||
दीप ज्योतिः परब्रह्म दीप ज्योतिर जनार्दनः |
दीपो हरतु मे पापम् दीप ज्योतिर नमोस्तुते ||
Shubham karoti kalyanam aarogyam dhan sampada |
Shatru buddhi vinaashaay deep jyotir namostute ||
Deep jyotih parbrahm deepjyotir janaardanah |
Deepo haratu me paapam deep jyotir namostute ||
सुभम करोति कल्याणम् मंत्र का अर्थ क्या है ?
शुभम् करोति कल्याणम् आरोग्यम् धन संपदा |
शत्रुबुद्धि विनाशाय दीप ज्योतिर नमो़स्तुते ||
हिंदी में अर्थ: मै उस दीपक के प्रकाश को नमन करता हूँ जो वातावरण को शुद्ध करता है, जिससे स्वास्थ्य और धन सम्पदा मे वृद्धि होती है | जो शत्रु बुद्धि अर्थात मन के अज्ञानता अथवा अंधकार को दुर करता है |
दीप ज्योतिः परब्रह्म दीप ज्योतिर जनार्दनः |
दीपो हरतु मे पापम् दीप ज्योतिर नमोस्तुते ||
हिंदी में अर्थ: मै उस परब्रह्म एवं जनार्दन रूपी दीपक को नमन करता हूँ जिसे जलाने मात्र से समस्त पापों नाश हो जाता है |
Shubham Karoti kalyanam Mantra Lyrics Pdf:
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